जहां से जमानत ना मिलने पर तीनों को जेल भेज दिया गया।
शुरू होने के पहले ही बंद हो गया। माल्टिसिटी अस्पताल
परासिया। कोयलांचल क्षेत्र में लोगो को सर्वसुविधायुक्त अस्पताल का सपना दिखाकर लाखों की धोखाधड़ी करने वाले डॉक्टर साहब एवम उनके सहयोगी के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर तीनों को न्यायालय में पेश कर दिया जहा से उन्हे जेल भेज दिया।
शिवपुरी थाना प्रभारी संजीव त्रिपाठी ने बताया मामला 2019का है। पीड़ित सावित्री भारती ने पुलिस अधीक्षक को दिए आवेदन मैं बताया कि छिंदवाड़ा निवासी जितेंद्र गौतम के माध्यम से उन्होंने आरोपी डॉक्टर अब्दुल कादिर सैलानी को परासिया में अस्पताल खोले जाने को लेकर 25 लाख रुपए दिए थे। जिसमें यह तय हुआ था कि परासिया में खोले जाने वाले हैदराबाद हॉस्पिटल उनकी पार्टनरशिप रहेगी। लेकिन आरोपी के द्वारा कुछ दिनों पश्चात अस्पताल का काम बंद कर दिया गया। महिला द्वारा आरोपीयो से दी गई रकम वापस मांगने पर आनाकानी की जा रही है। जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार पुलिस ने जब मामले की छानबीन की तो पता चला कि आरोपी एवं उसके साथी ने महिला के साथ धोखाधड़ी करते हुए उसकी राशि हड़प ली है।लंबी जांच पड़ताल के पश्चात पुलिस ने छिंदवाड़ा निवासी अब्दुल कादिर सैलानी जितेंद्र गौतम रमेश पाल के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया गया। जहां से जमानत ना मिलने पर तीनों को जेल भेज दिया गया।
होटल को बनाया गया था अस्पताल
छिंदवाडा मार्ग में स्थित एक होटल रंजीत को अस्पताल में तब्दील कर अस्पताल खोले जाने की योजना आरोपी एवम उनके सहयोगी द्वारा बनाई गई थी। जिसमें लगभग आधा दर्जन पार्टनर थे। इसी बीच अस्पताल की अनुमति को लेकर मामला सुर्खियों मे आया था। अपनी विवादित कार्यप्राणली को लेकर विवादों में रहने वाले होटल रंजीत के मालिक ने, डॉक्टर और उनके बीच हुए समझौते को रद्द करते हुए आरोपी डॉक्टर द्वारा बनाए गए स्टेक्चर को अपने कब्जे में कर अपना अस्पताल खोल लिया। पुलिस ने आरोपी डॉक्टर के द्वारा धोखाधड़ी के रूपया से खरीदे गए मशीनों को होटल से जप्त कर फिलहाल में होटल मालिक को क्लीन चिट दे दी है। लेकिन जांच में होटल रंजीत के मालिक, *कंवलजीत सिंह खंडूजा* की संगलिप्ता आने पर मामले में आरोपियों की संख्या बढ़ने की बात पुलिस द्वारा की जा रही है।


