मोहगांव नगर गौ तस्करी का गढ़
मोहगाव नगर के बैल बाजार से लगातार गौ होने तस्करी के आरोप लगने के बाद भी गौ तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है ,एक और विश्व प्रसिद्ध अर्धनारीश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के नाम से विख्यात है नगर तो उसी के किनारे बहुत बड़ा जिले का बैल बाजार लगता है l जानकारी के अनुसार जिले का सबसे बड़ा बैल बाजार माने जाने वाला यह लगातार मोहखेड, जुन्नारदेव ,चौरई ,बालाघाट अन्य कई क्षेत्रों से दलालों की सांठगांठ से रातों-रात बैल चलती हुई बाजार के दिन सुबह पहुंच जाते हैं इतना ही नहीं ग्रामीणों का आरोप है कि मंगलवार को अलसुबह 20 के झुंड से अधिक सौसर की सड़कों से दौड़ते हुए मोहगांव बैल बाजार तक लाने का काम मजदूरों द्वारा किया जाता है lऔर दलालों की सांठगांठ के माध्यम से बाजार से चिट्टियां बनाकर महाराष्ट्र की ओर रवाना करते हुए ठेकेदार की कुछ लोग सड़क पर जगह-जगह पायल पास करते हुए नजर आते हैं ताकि मजदूरों को बैल ले जाने में कोई समस्या ना हो l कई बार पत्रिका में खबरें प्रकाशन के बाद भी शासन-प्रशासन तस्करों पर लगाम लगाने में कामयाब नहीं हो पा रही है इतना ही नहीं यह क्षेत्र के आसपास के छोटे-छोटे गांव के लोग भी इस रॉकेट में फैली हुई है विगत कुछ दिनों पूर्व रात के अंधेरे में करीबन 10:00 बजे की पंढरी गांव में 117 नग बैल को जंगल मे छुपाने की खबर के बाद मौके पर बजरंग दल और पुलिस विभाग पहुंची थी जहां भी ठेकेदारों की सांठगांठ से चिट्ठी का सहारा लेकर बैल को एक साथ छोड़ना पड़ा इतना ही नहीं ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि एक साथ डेढ़ सौ से 200 बैल को पैदल चलाते हुए जंगल में आराम करा जाता है तो वही कई क्षेत्र से गाड़ियां तक रातों-रात भरी जाती है जो आज भी पुलिस प्रशासन के हाथ नहीं लगी है लो
नियमों पर नगर परिषद नगर चुप:-- ग्रामीणों का आरोप है कि बाजार में एक किसान के पास एक बैल जोड़ी होनी चाहिए ना तो उनका आधार नंबर लिखा जाता है ना ही खेती की पावती परिषद के अधिकारियों ने जो राज्य बोर्ड पर प्रतिबंध जोड़ी ₹500 की है जबकि ठेकेदार द्वारा ₹600 अवैध रूप से राशि वसूली जाती है परिषद से ठेके की राशि वसूली पर ध्यान है अन्य नियमों की ओर ध्यान नहीं ल
ग्रामीणों का आरोप:-- बैल जोड़ी के हिसाब से खेत की पावती और आधार नंबर लिया जाए तो निश्चित रूप से यह गौ तस्करी बंद हो सकती है जो कि विश्व प्रसिद्ध अर्धनारीशर के नाम से जाने जाने वाला क्षेत्र
अब गौ तस्करी के गढ़ से जाना जाता है जनप्रतिनिधियों ने इस बात को संज्ञान में लेकर ध्यान देना चाहिएl
थाना प्रभारी आदित्य सिंह धुर्वे :-- सड़कों से बैल अधिक मात्र में जाते हुए जानकारी मिलते ही तत्काल मामले को संज्ञान में लिया गया फाइल को रोककर जांच की गई जहां पर ठेकेदार मौके पर पहुंचकर और किसान द्वारा चिट्टियां दिखाई गई जिस कारण बैल को छोड़ना पड़ा, निश्चित रूप से इस बाजार यदि अवैध पाए जाता है तो कार्रवाई की जाएगीl
:-- गौ तस्करी में लिप्त क्षेत्र के आसपास के गांव :-- पंढरी, सिंगपुर बड्डी, बनाबाकोडा रोड, कच्चीढाना l



