केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक-1 छिंदवाड़ा में आज पराक्रम दिवस, परीक्षा पे चर्चा और चित्रकला प्रतियोगिता के त्रि-आयामी कार्यक्रम संपन्न हुये । विद्यालय में पराक्रम दिवस पर जहां नेताजी सुभाषचंद्र बोस को श्रध्दांजलि दी गई, वहीं परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ‘परीक्षा पे चर्चा के 25 सूत्र’ पर आधारित चित्रकला प्रतियोगिता भी संपन्न हुई । चित्रकला प्रतियोगिता में जिले के 22 विद्यालयों के 100 प्रतिभागी शामिल हुये जिसमें से 5 श्रेष्ठ चित्रांकनों का चयन कर विद्यार्थियों को पारितोषिक वितरित किये गये ।
केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक-1 के प्राचार्य श्री हरि प्रसाद धारकर ने बताया कि विद्यालय परिवार ने प्रात: के समय नेताजी सुभाषचंद्र बोस के प्रति श्रध्दा विभोर हो उनके छायाचित्र पर दीप-प्रज्ज्वलन और माल्यार्पण कर पराक्रम दिवस मनाया। कार्यक्रम में सुश्री सिध्दिदा दुबे, सुश्री समृध्दि साहू, सुश्री वैष्णवी धुर्वे और श्री लक्ष्मीनारायण ने कविता, उदबोधन, गीत, संगीत आदि से नेताजी के अनुकरणीय जीवन और उनके प्रदेय को रेखांकित किया । इसी क्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा की जाने वाली परीक्षा पर चर्चा के तारतम्य में विद्यालय में जिला स्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता संपन्न हुई जिसमें नवोदय विद्यालय के 10, छ: केन्द्रीय विद्यालयों के 20 और सीबीएसई से सम्बध्द 15 विद्यालयों के 70 ‘परीक्षा-योध्दा’ कलाकारों ने प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा सुझाये गये 25 सूत्रों पर आधारित चित्रांकन किये । प्रतियोगिता के निर्णायक सर्वश्री शांतनु पाठक, प्रदीप मंडल व विजय आनंद दुबे ने 5 श्रेष्ठ चित्रांकनों का चयन किया जिसमें ज्ञान गंगा विद्यालय के छात्र श्री शिवम् सरेयाम, जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्र श्री सौरभ टेकाम, केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक-1 के छात्र श्री पारस विश्वकर्मा व छात्रा कुमारी धान्या चौहान और विद्याभूमि विद्यालय के छात्र श्री ऋषभ सोनी के चित्रांकन शामिल हैं ।
केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक-1 के आयोजक प्राचार्य और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री धारकर ने सभी प्रतिभागियों को पारितोषक भेंट करते हुए पराक्रम दिवस, परीक्षा पे चर्चा के सूत्र और चित्रकला के एक साथ समायोजन को त्रिवेणी की तरह शीतल, पवित्र और रोमांचित कर देने वाला दिन बताया । उन्होंने निर्णायकों को उद्धृत करते हुए कहा कि निर्णायकों के लिए अपने-अपने विद्यालय के श्रेष्ठ रचनाकार बच्चों में से 5 बच्चों का चयन करना अत्यंत दुष्कर कार्य था, क्योंकि सभी प्रतिभागियों की रचनाएं एक से बढ़कर एक थीं। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं से पहले इस तरह की चित्रकला प्रतियोगिया का आयोजन निश्चित ही बच्चों के परीक्षा के तनाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। आयोजन अनुभव बताते हुए विद्याभूमि विद्यालय की सुश्री अदिति ठाकरे और जवाहर नवोदय विद्यालय के श्री राजेश सोनटके ने इसे बहुआयामी विकास का एक महत्वपूर्ण पहलू बताया और आयोजक विद्यालय को बधाई दी । कार्यक्रम में उप प्राचार्य श्री देवेन्द्र कुमार तिवारी, सर्वश्री बिपिन झा, बसंत पाटकर, सुप्रिया व्दिवेदी, सोनू आशीष वर्मा, रामकृपाल जंघेला, धनराज पवार आदि ने कार्यक्रम का सफल संयोजन, संचालन व धन्यवाद ज्ञापन संपन्न किया ।