भीमा कोरेगांव शौर्य दिवस
छिंदवाड़ा - भारतीय बौद्ध महासभा, जय भीम सामाजिक संगठन, ओबीसी महासभा के संयुक्त तत्वाधान में भीमा कोरेगांव शौर्य दिवस पर शहीदों को आदरांजली दिये जाने हेतु आयोजन किया गया । इस अवसर पर भारतीय बौद्ध महासभा प्रदेश प्रवक्ता एड. रमेश लोखण्डे, जिला उपाध्यक्ष एड.राजेश सांगोड़े, जयभीम सामाजिक संगठन जिलाध्यक्ष शिवम पहाड़े, ओबीसी महासभा जिलाध्यक्ष विपिन वर्मा, राष्ट्रीय सचिव एड. देवेेन्द्र वर्मा, प्रदीप जुलमे, मोहरू पटेल, रोेहित मिनोेटे, अमोल लोखण्डे, किशोर बंशकार, दिनेश इवनाती, आकाश चंचल, मदन बरखानेे, सत्येन्द्र बानवंशी, पारस बंशकार, मोनू बिन्झाड़े, बंटी मण्डराह, सुरेश ठवरे, विकास बारसिया, आकाश काटोलकर, आशीष जगदेव, पप्पू मण्डराह, राहुल रंगारे, कृष्णकुमार अहिरवार, गोलू रोड़े, नवीन डेहरिया, रवीन्द्र यादव, हेमराज बचलेे, राजू नागरे, अभिषेक पाटिल, सुरेन्द्र पाल, अमन डेहरिया, किशोर पवार, राजा गुन्हेरे, अंकित पटेरिया, भूपेेन्द्र पटेरिया, सोनू पाटिल, नईम भाई, परवेज खान, धर्मेन्द्र गोनेकर सहित कई भीम सैनिकों द्वारा डाॅ. अंबेडकर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया तत्पश्चात जिला उपाध्यक्ष एड. सांगोड़े द्वारा सामूहिक बुद्ध वंदना करायी गयी एवं भीमा कोरेगांव में शहीद महार रेेजीमेन्ट के शहीदों को आदराजंली अर्पित की गई । इस अवसर पर इलेक्ट्रानिक एवं प्रिन्ट मीडिया को संबोधित करते हुये प्रदेश प्रवक्ता एड. रमेश लोखण्डे द्वारा कहा कि 1 जनवरी 1818 को भीमा कोरेगांव में जातीय जुल्म और अमानवीय अत्याचारों के खिलाफ आत्म सम्मान, स्वाभिमान बराबरी एवं प्रतिष्ठा की लड़ाई हुुई जिसमें 28 हजार पेश्वाओं को 500 महार रेजीमेन्ट के सैनिकों द्वारा पराजित किया, उन्हे संपूर्ण देश में भारतीय बौद्ध महासभा आदरांजली देकर उनका सम्मान कर रही है, हमें महार रेजीमेन्ट के शहीदों से प्रेरणा लेकर संपूर्ण देश में अन्याय, अत्याचारों के खिलाफ लड़ने की आवश्यकता बतायी । जयभीम सामाजिक सेना जिला अध्यक्ष शिवम पहाड़े द्वारा कहा कि भीमा कोरेगांव में अपने अधिकारों की सुरक्षा हेतु महार जाति के शूरवीरों द्वारा अन्याय अत्चाचारों के खिलाफ न्याय की लड़ाई में जीत दर्ज कर देश के दबे, कुचले लोेगों ने एक संदेश दिया कि यदि अन्याय के खिलाफ निष्ठा से एकजुट होकर संकल्प के साथ कोई न्याय प्राप्ति करना चाहे तोे वह उसमें सफल होने की बात कही । ओबीसी महासभा जिलाध्यक्ष विपिन वर्मा द्वारा कहा कि देश में एससी, एसटी, ओबीसी के लोग एक साथ संगठित होकर कार्य करेंगे तो अन्याय अत्याचारों में निश्चित रूप से कमी आने की बात कही ।
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