पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर नारी प्रत्येक क्षेत्र में अग्रणी - मृदुला शर्मा
आधुनिक युग में जहां महिलाओं को अपने कर्तव्यों और अधिकारों के प्रति जागरूकता देखने को मिली है वहीं आज भी पिछड़े क्षेत्रों में नारी सशक्तिकरण से कोसों दूर है जिसका उदाहरण आदिवासी बहुल क्षेत्रों में देखने को मिलता है जहां पर आज भी नारी घरेलू हिंसा सहित शोषण का शिकार हो रही है नारी को प्रत्येक क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए शासन प्रशासन भी पुरजोर प्रयास कर रहा है इसी के चलते भारत सरकार द्वारा बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान को जोर शोर से नई दिशा देने का प्रयास किया गया है इसी के चलते समूचे देश में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत अभियान चलाया जा रहा है इसी कड़ी में शासकीय महाविद्यालय जुन्नारदेव की राष्ट्रीय सेवा योजना छात्रा इकाई द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के अंतर्गत शासकीय महाविद्यालय जुन्नारदेव के प्राचार्य एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला संगठन डीके शर्मा के मार्गदर्शन में कार्यक्रम आयोजित किए गए उक्त कार्यक्रम राष्ट्रीय सेवा योजना छात्रा इकाई की अधिकारी डॉ रश्मि नागवंशी के मार्गदर्शन में आयोजित किए गए जिसमें पोस्टर मेकिंग स्लोगन प्रतियोगिता एवं परिचर्चा का आयोजन किया गया परिचर्चा कार्यक्रम के दौरान मुख्य वक्ता के रूप में संगीत महाविद्यालय छिंदवाड़ा की प्राचार्य डॉ मृदुला शर्मा, शिक्षक राकेश नामदेव एवं विजय शर्मा उपस्थित रहे मुख्य वक्ता डॉ शर्मा द्वारा बेटियों को सु शब्द एवं कौशल विकास और संगीत के क्षेत्र में रोजगार के अवसर पर व्याख्यान दिया गया उन्होंने आधुनिक युग की नारियों से पाश्चात्य संस्कृति की कॉपी ना कर भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने की बात कही साथ ही भारतीय पहनावे की प्रशंसा करते हुए इसे अपनाने का संदेश भी दिया राकेश नामदेव द्वारा कविता एवं गायन के माध्यम से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया गया विजय शर्मा द्वारा बेटियों को सुसभ्य एवं सुआचरण से परिपूर्ण होने की बात कही
सूरज की तपिश जैसी तेजस्वी और चांद की चांदनी जैसी कोमल है नारी ----- प्राचीन काल से ही नारी त्याग और बलिदान की मूर्ति साबित हुई है जहां ममता भरी मां तो कहीं पति के कदम से कदम मिलाने वाली पत्नी के साथ था अनेकों रिश्तो को निभाने वाली देवी के रूप में नारी की पहचान है नारी जहां सूरज की तपिश की तरह तेजस्वी है तो वही चांद की चांदनी की तरह कोमल भी है आज नारी पुरुषों के कदम से कदम मिलाकर ना सिर्फ राष्ट्र विकास में अपनी भूमिका निभा रही है बल्कि समूचे विश्व में भारत का परचम भी लहरा रही है जहां प्राचीन काल में नारियों की गाथा का गान आज भी किया जाता है वही आज की नारी भी अपनी गाथा स्वयं लिख रही है उक्ताशय की बात डॉक्टर रश्मि नागवंशी द्वारा कार्यक्रम के संचालन के दौरान कही गई महिलाओं की वर्तमान स्थिति और उनके देश के प्रति समर्पण के संबंध में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ वीके शर्मा द्वारा भी अपनी बात रखी गई साथ ही प्रत्येक भारतवासी से बेटी पढ़ाने बेटी बचाने का आग्रह करते हुए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की शपथ भी दिलाई गई
राष्ट्रीय एकता शिविर में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने पर सम्मानित हुई छात्रा ----- बीते दिनों राष्ट्रीय सेवा योजना का राष्ट्रीय एकता शिविर हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले की कुटलहर विधानसभा में संपन्न हुआ था जिसमें महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना छात्रा इकाई अधिकारी डॉ रश्मि नागवंशी के नेतृत्व में मध्य प्रदेश से अनेकों विद्यार्थियों ने सहभागिता की थी जिसमें महाविद्यालय की छात्रा प्रज्ञा चौहान द्वारा राष्ट्रीय एकता शिविर में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने पर कार्यक्रम के दौरान छात्रा को गोल्ड मेडल से अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया और छात्रा के उज्जवल भविष्य की कामना की गई।
कार्यक्रम के दौरान यह रहे उपस्थित -----कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ पी अजवानी, प्रो आरडी वाडीवा, प्रो आरके चंदेल, डॉ सागर भनौत्रा, प्रो मनोज मालवीय, डॉ कविता मुकाती, प्रो जागृति उईके, प्रो प्रवीण बोबडे, डॉ रीना मेश्राम, डॉ कैलाश गाकरे, राजेश माथनकर, डॉ नीलेश वासनिक, डॉ यास्मीन बानो, नारद सिंह यादव सहित महाविद्यालय का समस्त स्टाफ एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थे कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन राष्ट्रीय सेवा योजना की अधिकारी डॉ रश्मि नागवंशी द्वारा किया गया।

