माणिक हत्याकांड में फरार कांग्रेसी नेता धर्मेन्द्र पटेल की गिरफ्तारी और मांगों को लेकर कलेक्टर, एसपी को कोसा गया। दलित नेता ने कपड़े उतारे तो एसपी को उनसे मिलने आना पड़ा
भोपाल । 8 दिसंबर को हरदा में क्रिकेट बेट से माणिक की हत्या की गई थी। दुर्घटना में बदलने के लिए ऑटो रिक्शा में रखकर सड़क पर फेंक दिया था। शव को डंपर से कुचलवा दिया था। हत्या का आरोप, हरदा जनपद अध्यक्ष रेवा पटेल के पति धर्मेन्द्र पटेल और उनके मैनेजर संदीप गुर्जर पर था। गुर्जर और शव को ऑटो में ले जाने वाले ड्रायवर जाहिद खान को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। पटेल फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए अखिल भारतीय बलाई महासभा के अध्यक्ष मनोज परमार कल बड़ी संख्या में साथियों को लेकर हरदा के तेजाजी चौक पहुंचे। यहां धरना और प्रदर्शन किया। उसके बावजूद एसपी मनीष अग्रवाल मिलने नहीं आए तो परमार कार्यकर्ताओं सहित उनके
ऑफिस पहुंच गए। कपड़े उतारकर एसपी कार्यालय के गेट पर टांग दिए । अर्द्धनग्न होकर एसपी हाय... हाय.... के नारे लगानाशुरू कर दिए। तुरंत एसपी उनसे मिलने आए। कलेक्टर का प्रभार देख रहे जिला पंचायत सीईओ रोहित सिसोनिया भी आ गए दस हजार का इनाम... आंदोलनकारियों के गुस्से को देखते हुए एसपी ने कांग्रेसी नेता की गिरफ्तारी पर दस हजार का इनाम घोषित किया। प्रभारी कलेक्टर ने पटेल के बंगले की नपती के भी आदेश दिए। अवैध हिस्सा तोड़ा जाएगा। मृतक के आश्रित परिजनों के लिए सवा आठ लाख रुपए मंजूर किए। परमार का कहना है कि बेटी चोरी के शक में माणिक की हत्या की गई थी। पटेल अपने आपको प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल का रिश्तेदार भी बताता है।
दबाव में है पुलिस: पुलिस ने भले ही मुलजिम पर इनाम घोषित कर दिया है, लेकिन उसकी गिरफ्तारी के प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। बताते हैं कि अफसरों पर दबाव है। इसी कारण मुलजिम की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है। उसे अग्रिम जमानत का मौका दिया जा रहा है। आरोप तो यह भी है कि मुलजिम के लोग पीडित परिवार पर समझौते के लिए दबाव बना रहे हैं। मुलजिम पटेल को क्लीन चिट दिलवाने की कोशिश चल रही है। मैनेजर पर मामला ढोलने की कोशिश है इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष चंद्र सिंह मालवीय एवं बड़ी संख्या में संगठन के लोग उपस्थित थे


