छिन्दवाड़ा - आपको सुनकर आश्चर्य होगा कि एक बेजुवान प्राणी जिसे देखकर जनमानस सहज ही दूरी बना लेता है, उसके निकलने या नजर आने पर उसे बचाना तो दूर उसे मारने को आतुर हो जाता है।
ऐसे प्राणी को जीवन दान देने के लिए पांच - पांच अहिंसा प्रेमी पांच घण्टे का समय देकर उसका सकुशल रेक्सयू करते हैं, सिर्फ रेक्सयू ही नहीं करते उसे अपने साथ लेकर डॉक्टर के पास जाते हैं, उसका उपचार भी कराते हैं ओर सभी मिलकर उसके जीवन के लिए प्रार्थना भी करते हैं.........
घटना मंगलवार शाम की है जब नगर के सिवनी रोड पर स्थित एक लॉन में सर्प दिखा जिसकी सूचना उन्होंने अहिंसा प्रेमी सर्प मित्र राहुल राहंगडाले को दी, सर्प मित्र तुरन्त ही घटना स्थल पर पहुंचे तो देखा कि एक सर्प जो कोबरा प्रजाति की नागिन थी वह लोहे के गेट में फसी हुई थी ओर उसके शरीर के नीचे के हिस्से से खून वह रहा था।
सर्प मित्र ने इस बात की जानकारी सर्वोदय अहिंसा के प्रदेश सयोंजक दीपकराज जैन, सर्प मित्र हेमंत गोदरे एवं गौ सेवक राम पवार को दी। सूचना मिलते ही तीनों अहिंसा प्रेमी घटना स्थल पर पहुंचे ओर चारो अहिंसा प्रेमीयों ने घायल कोबरा का सफलता पूर्वक रेक्सयू कर उसे बेटनरी सर्जन डॉ. अंकित मेश्राम के पास ले गए।
डॉ. अंकित मेश्राम ने तुरंत ही उस कोबरा की ओटी में लिया और उसका परीक्षण कर देखा तो उसके शरीर के निचले हिस्से में काफी लंम्बा घाव था जिसे टांके लगाना आवश्यक था। उन्होंने उसे एनेथेसिया दिया और सफलता पूर्वक उसका ऑपरेशन कर उसके घाव को 16 टांके लगाकर बन्द किया पश्चात अन्य एंटीबायोटिक इंजेक्शन आदि लगाए। पूरा ऑपरेशन लगभग एक घण्टे दस मिनिट चला, इस दौरान अहिंसा प्रेमी दीपकराज जैन घायल कोबरा को महामंत्र णमोकार सुनाकर उसकी पीठ पर सहानुभूति पूर्वक हांथ फेरते रहे।
कोबरा मिशन में अहिंसा प्रेमियों को पूरे पांच घण्टे का समय लगा ओर वे अपने मिशन में कामयाव भी हो गए, अब सभी को प्रतिक्षा है कोबरा के स्वस्थ होने की। स्वस्थ होने तक कोबरा डॉक्टर सहित अहिंसा प्रेमियों की निगरानी में रहेगा पश्चात उसके स्वस्थ होते ही उसे जंगल मे छोड़ दिया जावेगा।
जीव दया एवं सर्वोदय अहिंसा के इस उत्कृष्ट एवं नेक कार्य की सभी नगर वासियों सहित अहिंसा प्रेमियों ने सराहना कर सर्वोदय अहिंसा की पूरी टीम को साधूवाद देकर उनके उज्वल भविष्य की मंगल कामना की।

