सच की आंखें न्यूज़ जुन्नारदेव ---- शालेय पूर्व नोनीहालों के अध्ययन के लिए बनाए गए आंगनबाड़ी केंद्रो के हाल वर्तमान में बहाल हो चले हैं जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण नगर के वार्ड क्रमांक 11 में आंगनवाड़ी भवन की स्थिति जर्जर स्थिति देखकर स्पष्ट तौर पर लगाया जा सकता है इस आंगनवाड़ी केंद्र में वार्ड क्रमांक 11 के कई परिवारों के मासूम बच्चे अध्ययन के लिए आते है भवन जर्जर होने के कारण बरसात के दिनों में आंगनवाड़ी संचालन में समस्या आती है साथ ही टूटी-फूटी सीटो एवं जर्जर दीवारों के कारण कोई आकस्मिक घटना घटित होने का भय बना होता है जिससे बच्चो के परिजनों में आंगनवाड़ी भवन की स्थिति न सुधारने को लेकर आक्रोश व्याप्त है शासन प्रशासन द्वारा आम जनों को आंगनबाड़ी के रूप में सुविधा प्रदान की जा रही है किंतु स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के चलते कई आंगनबाड़ी केंद्र जर्जर भवन में ही संचालित हो रहे हैं वार्ड क्रमांक 11 के रहवासियों ने भी शीघ्र ही आंगनबाड़ी भवन की मरम्मत और उचित रखरखाव की मांग की है
मूक दर्शक बने जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन ----- वार्ड क्रमांक 11 का यह आंगनबाड़ी केंद्र रेलवे के भवन में संचालित है और आंगनवाड़ी केंद्र रेल्वे स्टेशन के समीप होने के कारण सभी के संज्ञान में है परंतु प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा इसकी मरम्मत एवं सुधार के लिए कोई प्रयास अभी तक नही किए गए। जर्जर होते इस आंगनवाड़ी भवन में नव निहाल खतरे के साए में बैठकर अध्ययन कर रहे हैं।

