डीसीबी बैंक की सीएसआर गतिविधियों के अंतर्गत यूटीएमटी सोसाइटी (अंडर द मैंगो ट्री सोसाइटी) द्वारा छिंदवाड़ा जिले के छह गांवों में मधुमक्खी पालन कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है, जिससे 100 किसानों को लाभ हो रहा है।
यूटीएमटी संस्था देशी मधुमक्खियों के संरक्षण और संवर्धन के लिए जुन्नारदेव वनांचल में कार्यरत है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य देशी मधुमक्खियों के संरक्षण और संवर्धन के साथ मध्यमवर्गीय किसानों की आजीविका में सुधार करना है।
इसी के तहत यूटीएमटी संस्था ने रबी की फसल के लिए मधुमक्खी पालन कर रहे 75 किसानों को तीन प्रकार के उन्नत किस्म के बीज वितरित किए हैं। इनमें चना, हरी मटर और सरसों के बीज शामिल हैं। किसानों को इन बीजों की बुवाई के तरीके और आवश्यक दूरी के बारे में एक विशेष बैठक में जानकारी दी गई। संस्था का उद्देश्य मधुमक्खियों को पर्याप्त पराग और रस उपलब्ध कराना है, जिससे फसलों की पैदावार बढ़ेगी और किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
इस पहल से जुड़े छह गांवों – बिजोरी, मुण्डियाखेड़ा, खारापिण्डराई, छोटी छाबड़ी, बड़ी छाबड़ी और मराम के लगभग 100 किसानों को सहयोग प्रदान किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत दो प्रकार की देशी मधुमक्खियों – सतपुड़ी (सरेना) और कोथी (ट्रायगोना) का पालन किया जा रहा है।
मधुमक्खी पालन से किसानों को प्रत्यक्ष रूप से शहद और मोम की प्राप्ति हो रही है, वहीं अप्रत्यक्ष रूप से मधुमक्खियों द्वारा फसलों के परागण में वृद्धि से उत्पादन में भी इजाफा हो रहा है। इस कार्यक्रम में किसानों ने मधुमक्खी पालन के प्रति विशेष रुचि दिखाई है। यूटीएमटी संस्था का क्षेत्रीय कार्यालय जुन्नारदेव, तामिया रोड पर स्थित है, जहां से इस परियोजना का संचालन किया जा रहा है।
इस परियोजना को सफलतापूर्वक संचालित करने में संस्था की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सूजना कृष्णमूर्ति, प्रोग्राम लीडर धारा पटेल, ओमप्रकाश पाठे, रेशमलाल डहेरिया, संजीव यदुवंशी, महेश यदुवंशी और अनीलाल जी सहित सभी ग्राम स्तर के मास्टर ट्रेनर और तकनीकी सहयोगियों की महत्वपूर्ण भूमिका है।