-लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की मनाई जयंती
जुन्नरदेव से मुकेश बरखाने संवाददाता छिन्दवाड़ा:- भारतवर्ष की आजादी के साथ ही देश की नव निर्माण में अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाली राष्ट्रनेत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी की पुण्यतिथि को कांग्रेस ने बलिदान दिवस के रूप में मनाया तो वहीं लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाकर राष्ट्रनेत्री व लौहपुरूष के व्यक्तित्व व कृतित्व पर कांग्रेस के वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों ने प्रकाश डाला। छिन्दवाड़ा व पांढुर्ना जिला मुख्यालय सहित दोनों ही जिलों के समस्त ब्लॉक मुख्यालयों पर भी बलिदान दिवस व राष्ट्रीय एकता दिवस कांग्रेस के द्वारा मनाया गया।
छिन्दवाड़ा जिला मुख्यालय पर इंदिरा तिराहा स्थित पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्रीमती इंदिरा गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के उपरांत समस्त कांग्रेसजन इंदिरा प्रियदर्शनी मैदान पहुंचे यहां पूर्व प्रधानमंत्री स्व.श्रीमती इंदिरा गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। कांग्रेसजन ने अखण्ड भारत के निर्माता लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाई। भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किये।
आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष श्री विश्वनाथ ओक्टे ने कहा कि बैंकों का राष्ट्रीयकरण सन 1966 में भारत में महज 500 बैंक शाखायें थीं। देश का आम आदमी बैंक में पैसा जमा नहीं कर पाता था। बैंकों का लाभ हर वर्ग को प्राप्त हो इसके लिये इंदिरा गांधी जी ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण कर दिया, उनका यह फैसला देश के विकास में महत्वपूर्ण रहा। उनके प्रयासों का ही नतीजा है कि आज ग्रामीण क्षेत्रों तक बैंकों की शाखायें पहुंची है। आजादी के बाद से ही भारत व पाकिस्तान के संघर्ष जारी थे। पाकिस्तान की कब्जा नीति के कारण बहुत से बंगाली शरणार्थी भारत आने लगे। उन्होंने पूर्वी पाकिस्तान पर हमले का आदेश दिया और युद्ध में पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाके को आजाद कराने के साथ ही बांग्लादेश के निर्माण में सहयोग दिया तो वहीं अखण्ड भारत के निर्माण में लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल के योगदान पर भी प्रकाश डाला।
पांढुर्ना जिला प्रभारी गंगा प्रसाद तिवारी ने सम्बोधित करते हुये कहा कि 31 अक्टूबर 1984 को श्रीमती इंदिरा गांधी जी की हत्या उनके अंगरक्षकों ने की। स्व. श्रीमती इंदिरा गांधी जी की पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। श्री तिवारी ने कहा कि भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल ने देश की उन्नति व प्रगति में अपना अमूल्य योगदान दिया है जिसे