जुन्नारदेव: सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के अंतर्गत पुनर्गठित स्थानीय सलाहकार समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक सोमवार को ग्राम सिमडी स्थित होटल "तथास्तु" में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता नर्मदापुरम संभागायुक्त के. जी. तिवारी ने की, जिसमें बैतूल एवं नर्मदापुरम कलेक्टर, जुन्नारदेव, पिपरिया एवं सोहागपुर के विधायक, एसडीएम, वन विभाग और टाइगर रिजर्व के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य बफर जोन में विकसित पर्यटन गतिविधियों, रोजगार सृजन और पर्यावरण संरक्षण से संबंधित सुझावों पर चर्चा करना था।
बैठक में जुन्नारदेव विधायक सुनील उईके ने सतपुड़ा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में पर्यटन और रोजगार बढ़ाने को लेकर कई महत्वपूर्ण सुझाव रखे। उन्होंने सांगाखेड़ा, देलाखारी और झिरपा क्षेत्रों में नए गेट खोलने और वहां जिप्सी सेवाएं शुरू करने की मांग की। साथ ही, विस्थापित परिवारों को पूर्ण मुआवजा देने तक नए विस्थापन न करने की बात कही। उन्होंने स्थानीय लोगों को पत्तल-दोने निर्माण का प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध कराने और पर्यटकों को प्लास्टिक के बजाय इनका उपयोग करने के लिए प्रेरित करने का सुझाव दिया, जिससे क्षेत्र स्वच्छ बना रहे।
इसके अलावा, विधायक ने महादेव मेले के दौरान सांगाखेड़ा-नांदिया के बीच देनवा नदी पर अस्थायी पुल के स्थान पर स्थायी पुल निर्माण की मांग की, जिस पर अधिकारियों ने सहमति जताई। साथ ही, बफर जोन में छोटे स्टॉप डैम बनाने, स्थानीय लोगों को होटल-रेस्टोरेंट खोलने की अनुमति देने और सीमावर्ती गांवों में अधिक से अधिक होम-स्टे विकसित करने का सुझाव दिया, जिससे आदिवासियों और क्षेत्रीय लोगों को रोजगार के अवसर मिल सकें।
बैठक में पिपरिया विधायक ठाकुरदास नागवंशी, सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह, बफर जोन संचालक राखी नंदा, डीएफओ सहित वन विभाग और टाइगर रिजर्व के अधिकारी भी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने इन सुझावों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और शीघ्र आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया।

