कांग्रेस ने बिगड़ी कानून व्यवस्था पर लगातार सबको चेताया
जिलेभर में रेत माफियाओं का आतंक, फिर भी चुप है प्रशासन
तामिया में खनिज विभाग के अमले पर रेत माफिया का ताबड़तोड़ हमला
छिन्दवाड़ा:- जिला छिन्दवाड़ा एवं पांढुर्ना में बढ़ते अपराध व संगठित माफियाराज के खिलाफ कांग्रेस लगातार सवाल उठा रही है। जिला प्रशासन से लेकर पुलिस प्रशासन को चौपट हो चुकी कानून व्यवस्था में सुधार लाने हेतु निरंतर चेताया जा रहा, किन्तु जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी व सत्ता के मठाधीश नहीं जागे, क्योंकि कहीं ना कहीं इन्हीं की सह पर जिलेभर में रेत माफियाओं का आतंक है। वरना किसी की इतनी मजाल कहां कि वह प्रशासनिक अमले पर जानलेवा हमला कर भाग निकले। विगत एक सप्ताह के भीतर दो प्रशासनिक विभाग की टीम पर रेत माफियाओं के द्वारा किया गया जानलेवा हमला घोर निंदनीय है। जिला प्रशासन व भाजपा सरकार के लिए यह बेहद शर्मनाक भी है। उक्त उदगार जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से पांढुर्ना विधायक निलेश उइके ने व्यक्त किए।
निलेश उइके ने जारी बयान में आगे कहा कि विगत 45 वर्षों से छिन्दवाड़ा संसदीय क्षेत्र अमन, शांति व सौहार्द का टापू रहा है। क्योंकि मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय कमलनाथ जी एवं जिले के पूर्व सांसद माननीय नकुलनाथ जी ने कभी भी संगठित अपराध को बढ़ने नहीं दिया। जिले में गुंडाराज व माफियाराज को पनपे नहीं दिया, ना ही कांग्रेस पार्टी ने कभी अपराधियों को संरक्षण दिया। किन्तु विगत एक वर्ष में भाजपा की सत्ता व संगठन के परिरक्षण में रेत माफिया, शराब माफिया, भू माफिया, जुआ व सट्टा खिलाने वाले खुलेआम वारदात को अंजाम दे रहे। चरमरा चुकी कानून व्यवस्था पर जब-जब कांग्रेस ने जनहित में सवाल उठाए तो भाजपा के जिम्मेदारों को इतना बुरा लगा कि वे भाषा की मर्यादा तक भूल गए। भाजपा के हाथों की कठपुतली बनकर नाच रहे जिले के आला अफसरों ने भी निस्तोनाबूत होती कानून व्यवस्था को बचाने पर ध्यान नहीं दिया, ना ही अपनी नैतिक जिम्मेदारियों व कर्तव्यों का पालन किया। फलस्वरूप आज माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हो गए कि अब वे प्रशासनिक टीम को भी नहीं बख्श रहे। रेत का अवैध खनन व परिवहन रोकने पहुंच रहे प्रशासनिक अमले को खुली चुनौती देते हुए उन पर जानलेवा हमला कर फरार हो रहे। इतना सबकुछ घटित होने के बाद भी भाजपा की सरकार, पुलिस व प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है। आखिर भाजपा सरकार क्यों अपराधियों की पक्षधर बनी हुई है ?
उइके ने जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से आगे कहा कि विगत एक सप्ताह के भीतर वन विभाग और खनिज विभाग की टीम पर रेत माफियाओं के द्वारा हमला किया जाना और हमलावरों का भाग निकलना भाजपा सरकार के लिए शर्मनाक है तो वहीं पुलिस और प्रशासनिक अमले के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। रेत का अवैध उत्खनन व परिवहन करने वाले तस्करों के हौसले बुलंद है। विगत 17 मार्च 2025 को पश्चिम वन मंडल के अंतर्गत सांवरी रेंज से लगे हीरावाड़ी वृत्त में आने वाले बड़गौना गांव में रेत का अवैध उत्खनन व परिवहन रोकने पहुंचे वन अमले को ट्रैक्टर से रौंदने का प्रयास किया गया। फॉरेस्ट गार्ड ने दोपहिया वाहन से कुछ दूरी तक रेत से भरी ट्रैक्टर ट्राली का पीछा कर उसे रोकने का प्रयास किया तो चालक ने उस पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की। फॉरेस्ट गार्ड ने दोपहिया से कूदकर अपनी जान बचाई।
तामिया में खनिज अमले को बनाया निशाना:-
तामिया क्षेत्र में रेत का अवैध परिवहन पर कार्रवाई करने पहुंचे खनिज विभाग की टीम पर रेत माफिया ने हमला बोल दिया। टीम ने पीछा किया तो खनिज अमले के चौपहिया वाहन को दुर्घटनाग्रस्त करने की जानलेवा साजिश रचते हुए एक बदमाश ने रेत से भरी ट्रैक्टर ट्राली का डाला खोलकर रेत गिराने का प्रयास किया। सम्पूर्ण वारदात को अंजाम देकर रेत माफिया खनिज अमले को चकमा देकर फरार होने

