चौरई में दबंगों की ऐसी दबंगई! — मोक्षधाम में भी नसीब नहीं हुई मृत देह को शांति, तीन घंटे तक इंतज़ार करती रही अमीर उईके की लाश
चौरई (मुआरी): मध्यप्रदेश के चौरई तहसील अंतर्गत ग्राम मुआरी से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यहां गुरुवार को गांव के निवासी अमीर उईके (उम्र लगभग 60 वर्ष) का निधन हो गया था। परिजन उनका अंतिम संस्कार करने के लिए गांव के मोक्षधाम पहुंचे, लेकिन दबंगों की दबंगई ने शव को जलाने से रोक दिया।
गांव के पुराने मोक्षधाम की जमीन पर वर्षों से कुछ दबंगों ने अवैध कब्जा जमा रखा है। गुरुवार को जैसे ही अमीर उईके का शव अंतिम संस्कार हेतु वहां ले जाया गया, कब्जाधारियों ने रास्ता रोक दिया और शव को जलाने की इजाज़त नहीं दी। परिजनों ने उन्हें समझाने की कोशिश की, मगर वे टस से मस नहीं हुए।
आख़िरकार, परिजनों को प्रशासन का सहारा लेना पड़ा। अधिकारियों के हस्तक्षेप और भारी मशक्कत के बाद करीब तीन घंटे बाद शव का अंतिम संस्कार हो सका।
गौरतलब है कि ग्राम मुआरी में दो मोक्षधाम हैं — एक पुराना और एक नया। नया मोक्षधाम अब मुख्य रूप से उपयोग में लाया जाता है, परंतु पुराने मोक्षधाम की ज़मीन पर प्रभावशाली लोगों ने कब्जा कर लिया है। यही कब्जा अब आमजन की अंतिम यात्रा में भी बाधा बन गया है।
गांव में आक्रोश का माहौल: इस घटना के बाद ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि यदि एक मृतक को भी शांति से विदा नहीं किया जा सकता, तो यह किस तरह का समाज और शासन है?
अब सवाल यह है — प्रशासन कब जागेगा? और क्या अंतिम संस्कार जैसे पवित्र कार्य में भी राजनीति और दबंगई हावी रहेगी?

