पालाचौरई स्टेशन पर सुविधाओं का टोटा, यात्रियों की जान जोखिम में
. प्रशासन अनदेखी से हादसे को दावत, ओवरब्रिज और पानी की मांग तेज
♦️रेलवे ट्रैक पार करना बना मजबूरी, ओवरब्रिज न होने से यात्रियों की जान जोखिम में
♦️शौचालयों में पानी नहीं, स्टेशन की ऊँचाई भी यात्रियों के लिए बन रही मुसीबत
छिंदवाड़ा जुन्नारदेव। पालाचौरई सायडिंग से रेलवे स्टेशन तक पहुंचने के लिए स्थानीय निवासियों को रोजाना रेलवे ट्रैक पार करना पड़ता है, जो बेहद खतरनाक और जोखिम भरा है। ओवरब्रिज की सुविधा नहीं होने के कारण ट्रेनों की आवाजाही के बीच लोग जान हथेली पर रखकर ट्रैक पार करने को मजबूर हैं। इससे कभी भी बड़ा हादसा होने की आशंका बनी रहती है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि मेमो ट्रेन तो पालाचौरई स्टेशन पर रुकती है, लेकिन छिंदवाड़ा से दिल्ली जाने वाली ट्रेनें, पेंचवेली एक्सप्रेस और मालगाड़ियाँ बिना रुके गुजरती हैं। इन हालातों में लोग रेलवे ट्रैक पार करके पालाचौरई बस्ती और गुढी अंबाडा तक पहुंचते हैं, जो कि किसी अनहोनी को दावत देने जैसा है।पूर्व जनपद सदस्य हेमराज पवार ने बताया कि ओवरब्रिज निर्माण और स्टेशन की ऊँचाई बढ़ाने की मांग रेलवे अधिकारियों के समक्ष कई बार रखी गई है, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि स्टेशन परिसर के शौचालयों में पानी की व्यवस्था नहीं है, जिससे यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
दुर्गा बाई मटोलिया, जो रोजाना स्टेशन पर आती हैं, ने बताया कि महिलाओं के लिए यह स्थिति और भी ज्यादा परेशानी भरी है। स्टेशन की ऊँचाई कम होने और ब्रिज नहीं होने से उन्हें ट्रेनों तक पहुंचने में कठिनाई होती है।
स्थानीय लोगों ने रेलवे प्रशासन से मांग की है कि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए पालाचौरई सायडिंग से स्टेशन तक जल्द से जल्द ओवरब्रिज का निर्माण कराया जाए और स्टेशन की ऊँचाई बढ़ाई जाए। साथ ही, शौचालयों में पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि यात्रियों को राहत मिल सके।

