तामिया।
तामिया क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों और अवैध क्लीनिकों के खिलाफ प्रशासन ने सख्ती दिखाई है। बीएमओ डॉ. जितेंद्र उईके के नेतृत्व में स्थानीय प्रशासन और पुलिस टीम द्वारा क्षेत्र के विभिन्न गांवों में छापेमारी कर आधा दर्जन से अधिक अवैध क्लीनिकों को सील किया गया। कार्रवाई में तहसीलदार श्रीमती राजनंदनी ठाकुर, बीएमओ डॉ. जितेंद्र उईके एवं एएसआई आज़ाद खान शामिल रहे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम लोटिया, हिंदी, और पांडु पिपरिया सहित कई स्थानों पर बिना पंजीयन और योग्यताधारी डॉक्टरों द्वारा क्लीनिक संचालित किए जा रहे थे। विशेष रूप से लोटिया में एक मेडिकल स्टोर का पंजीयन नवंबर 2024 में समाप्त हो गया था, इसके बावजूद वह संचालित हो रहा था। हालांकि मेडिकल स्टोर पर कार्रवाई का अधिकार ड्रग इंस्पेक्टर के अधीन होने के कारण एफआईआर दर्ज नहीं की गई, केवल दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अवैध रूप से संचालित इन क्लीनिकों में इलाज कराने से कई मरीजों की तबीयत बिगड़ चुकी है। इन झोलाछाप डॉक्टरों के पास न तो कोई डिग्री है, न ही चिकित्सकीय अनुभव, फिर भी ये इलाज कर रहे हैं, जो गंभीर स्वास्थ्य संकट का कारण बन सकते हैं।
बीएमओ डॉ. जितेंद्र उईके ने बताया कि आधा दर्जन से अधिक क्लीनिकों और एक मेडिकल स्टोर के विरुद्ध कार्रवाई कर उन्हें सील कर दिया गया है। लेकिन अब तक किसी भी क्लीनिक संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, जिससे स्थानीय जनता में रोष और निराशा है।
ग्रामीणों ने मांग की है कि केवल क्लीनिकों को सील करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति बिना योग्यता के लोगों के जीवन से खिलवाड़ न कर सके।