जुन्नारदेव ---- ग्राम पंचायत चिखलमऊ अंतर्गत ग्राम आलीवाडा में स्थित प्राचीन खेड़ापति मंदिर के सामने आदिवासी समाज द्वारा बड़ादेव फड़ापेन की मूर्ति स्थापना की संभावित योजना को लेकर विवाद की स्थिति उत्पन्न होती दिख रही है। इस संबंध में ग्राम के खेड़ापति मंदिर समिति के सदस्यों ने तहसीलदार जुन्नारदेव को ज्ञापन सौंपकर स्थिति स्पष्ट की है।
समिति का कहना है कि मंदिर परिसर लगभग 15000 वर्ग फीट क्षेत्र में फैला हुआ है, जहाँ समस्त समाज के लोग धार्मिक आयोजन एवं पूजा-पाठ करते हैं। इसी परिसर के ठीक सामने 50 फीट की दूरी पर आदिवासी समाज द्वारा बड़ादेव फड़ापेन की स्थापना की तैयारी की जा रही है, जिससे भविष्य में किसी भी पर्व-त्योहार के दौरान कार्यक्रमों के टकराव की संभावना बन सकती है। समिति ने इसे ग्राम में सामाजिक वैमनस्य का कारण बताते हुए आपत्ति जताई है।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि ग्रामवासी सभी जाति समुदायों में आपसी मेलजोल के साथ रहते आए हैं, इसलिए किसी भी प्रकार की टकराव की स्थिति को टालने के लिए समिति ने प्रशासन से आग्रह किया है कि बड़ादेव फड़ापेन की स्थापना हेतु ग्राम की अन्य खाली शासकीय भूमि को चिन्हित कर आदिवासी समाज को उपलब्ध कराया जाए। समिति ने स्पष्ट किया है कि उनका उद्देश्य किसी समाज विशेष को रोकना नहीं है, बल्कि भविष्य में किसी संभावित विवाद की आशंका से बचना है।
ज्ञापन पर अशोक यदुवंशी, मुकेश यदुवंशी,सन्तोष यदुवंशी, अर्जुन यदुवंशी, प्रदीप, रोहित यदुवंशी, श्रीराम अशोक सहित कई ग्रामीणों के हस्ताक्षर हैं।

