बारिश में भीगते अन्नदाता, सुबह 4 बजे से लगी यूरिया के लिए लंबी कतार
छिंदवाड़ा। किसानों की खाद संकट को लेकर एक बार फिर सरकारी व्यवस्थाएं सवालों के घेरे में हैं। शनिवार 28 जुलाई की सुबह परासिया रोड स्थित कोल्ड स्टोरेज यूरिया-डीएपी गोदाम में हजारों किसान यूरिया खाद के लिए भारी बारिश के बीच सुबह 4 बजे से ही लाइन में खड़े नजर आए। कई किसानों ने छाते लगाकर बारिश से बचने की कोशिश की, लेकिन अधिकांश किसान भीगते हुए यूरिया पाने की प्रतीक्षा करते दिखे।
प्रदेश सरकार भले ही किसानों के लिए योजनाएं बना रही हो, परंतु ज़मीनी स्तर पर उनका क्रियान्वयन बेहद लचर है। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि किसानों को यह तक जानकारी नहीं दी जा रही कि उनकी फसल को कितनी मात्रा में यूरिया की जरूरत है। इससे किसान भ्रमित होकर ज़रूरत से ज़्यादा यूरिया लेने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे गोदामों पर अनावश्यक भीड़ बढ़ रही है।
स्थानीय प्रशासन व्यवस्थाएं सुधारने का प्रयास तो कर रहा है, लेकिन फिलहाल वह पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। किसानों को सावन के इस भीगते मौसम में अपने निजी साधनों से गोदाम पहुंचना पड़ रहा है, और खाद लेने के लिए घंटों बारिश में खड़े रहना पड़ रहा है।
किसानों ने मांग की है कि यूरिया वितरण के लिए पारदर्शी और सुव्यवस्थित प्रणाली बनाई जाए, जिससे समय पर, उचित मात्रा में, और बिना परेशान हुए खाद मिल सके।