चौरई (छिंदवाड़ा)। क्षेत्र के किसानों को इन दिनों यूरिया खाद के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खाद वितरण केंद्र चौरई पर सुबह 7 बजे से लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं, लेकिन टोकन मिलने की प्रक्रिया इतनी जटिल है कि किसानों को कई दिन इंतजार करना पड़ रहा है।
स्थिति यह है कि टोकन मिलने के बाद भी खाद 8 से 10 दिन बाद वितरित की जा रही है। किसानों का कहना है कि जब आज भूख लगी है तो आठ दिन बाद भोजन मिलने का क्या अर्थ है? यही हाल यूरिया का भी है, समय पर खाद न मिलने से फसलें प्रभावित हो रही हैं और किसानों की मेहनत पर पानी फिर रहा है।
किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि पिछली बार की तरह इस बार भी चांद कृषि उपमंडी में रेक पॉइंट स्थापित किया जाए, जिससे आसपास के ग्रामीण अंचलों के किसान वहीं से यूरिया प्राप्त कर सकें और चौरई में अत्यधिक भीड़ न लगे।
कई किसान तो 25 से 30 किलोमीटर दूर से आते हैं और दिनभर लाइन में लगने के बाद भी निराश लौटते हैं। उनका कहना है कि यह व्यवस्था किसानों के साथ अन्याय है और जल्द समाधान नहीं किया गया तो स्थिति और गंभीर हो सकती है।
किसानों की मांग: चांद में रेक पॉइंट हो स्थापित, भीड़ और अव्यवस्था से मिले राहत।