दिलावर मोहगांव।ग्राम दिलावर मोहगांव में किसानों ने पारंपरिक उत्साह और श्रद्धा के साथ पोला पर्व मनाया। इस अवसर पर किसानों ने अपनी-अपनी बैल जोड़ियों को नहला-धुलाकर रंग-बिरंगी सजावट की। तत्पश्चात ग्राम पंचायत भवन के समक्ष एकत्र होकर विधि-विधान से बैलों की पूजा की गई।
ग्रामीण परंपरा के अनुसार ग्राम कोटवार द्वारा रस्सी में आम के पत्तों से तोरण बांधा गया। पूजा-अर्चना के बाद बैल जोड़ियों के साथ ग्रामीणों ने तोरण तोड़ा और घर लौटकर बैलों को नये-नये व्यंजन का भोग लगाया। इसके बाद ग्रामवासी सामूहिक रूप से भोजन का आनंद लेते हैं।
यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है, किंतु आधुनिक कृषि उपकरणों और ट्रैक्टरों के बढ़ते प्रचलन से बैल जोड़ियों की संख्या में भारी कमी आई है। अब गांवों में गिनती की बैल जोड़ियां ही देखने को मिलती हैं। ग्रामीणों का मानना है कि परंपरा जीवित है, परंतु आने वाले वर्षों में बैलों की संख्या और भी कम हो सकती है।