छिंदवाड़ा। तामिया तहसील के ग्राम भांडी में 35 वर्षों से चल रहे जमीनी विवाद में आखिरकार आदिवासी महिला बसंती पति अंतराम सकम को न्याय मिला। बुधवार को राजस्व अधिकारियों की टीम ने मौके पर पहुंचकर भाजपा नेता धर्मेंद्र उर्फ बंटी यदुवंशी का अवैध कब्जा हटाया।
बसंती सकम ने बताया कि निजी भूमि पर कब्जा हटाने के लिए उन्होंने तीन साल तक मजदूरी कर मुकदमा लड़ा। तहसीलदार तामिया द्वारा मामले की सुनवाई में स्पष्ट हुआ कि भूमि उनके नाम दर्ज है, जिस पर बंटी यदुवंशी ने अवैध कब्जा किया हुआ था।
तहसीलदार द्वारा बेदखली का आदेश पारित करने के बाद भी अनावेदक ने कब्जा खाली करने में टालमटोल की और स्थगन लेने का प्रयास किया। लेकिन अधिवक्ता राजा गढ़वाल की पैरवी से जुन्नारदेव राजस्व न्यायालय में अपील खारिज कर दी गई।
आज राजस्व अधिकारियों की टीम ने मौके पर पहुंचकर कब्जा हटाकर जमीन आदिवासी महिला को सुपुर्द कर दी। इस कार्रवाई से क्षेत्र में आदिवासी समाज ने संतोष व्यक्त किया है।

