जुन्नारदेव। थाना क्षेत्र के मोआरी स्थित बंद ओपनकास्ट खदान में बुधवार रात को अवैध कोयला उत्खनन के दौरान बड़ा हादसा हो गया। कोयला निकालने खदान में घुसे तीन युवक धंसान की चपेट में आ गए। इस हादसे में दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया।
जानकारी के अनुसार बुधवार रात लगभग 10 बजे अम्बाड़ा निवासी 20 वर्षीय आतिम खान पिता खंजर खान, समसवाड़ा निवासी 20 वर्षीय मोहम्मद आवेश पिता शाहिद और मुकेश पिता मोहन यादव बंद खदान से अवैध रूप से कोयला निकाल रहे थे। तभी अचानक खदान धंसक गई और एक बड़ा पत्थर उनके ऊपर आ गिरा। हादसे में आवेश और आतिम की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मुकेश गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे। शवों को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया और घायल युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अवैध उत्खनन के कारण हादसा
बताया जा रहा है कि हिंगलाज मंदिर मार्ग से महज 100 मीटर दूरी पर यह अवैध उत्खनन हो रहा था। क्षेत्र के कोयला माफिया लंबे समय से मजदूरों से बंद खदानों में अवैध खनन करवा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते प्रशासन और वेकोलि इस पर रोक लगाती तो इस तरह की जानलेवा घटना टल सकती थी।
पहले भी हो चुके हादसे
अंबाड़ा क्षेत्र की बंद भवानी खदान, बंद अम्बा ओसीएम, धाऊ और कस्तूरबा खदानों में भी अवैध खनन के दौरान हादसे हो चुके हैं। बीते 5 वर्षों में इस तरह के हादसों में 4 मजदूरों की मौत हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन प्रभावी कदम उठाने में नाकाम रहा है।
पुराव न होने से बढ़ता खतरा
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि वेकोलि खदान से कोयला उत्खनन के बाद उसका व्यवस्थित समतलीकरण और पुराव नहीं कराती है। यही वजह है कि बंद खदानों पर कोयला चोरों की नजर रहती है और मजदूर लगाकर अवैध उत्खनन कराया जाता है, जिससे आए दिन हादसे घटित होते हैं। क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि बंद ओपनकास्ट खदानों का तत्काल पुराव कराया जाए ताकि भविष्य में ऐसे हादसों पर रोक लग सके।

