तामिया। तामिया महाविद्यालय में आजादी के अमर शहीद और जनजातीय गौरव भगवान बिरसा मुंडा की जयंती बड़े हर्षोल्लास और सांस्कृतिक उत्साह के साथ मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक रीति–रिवाजों के साथ उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई।
महाविद्यालय प्राचार्य विजय सिंह सिरसाम ने संबोधन में कहा कि बिरसा मुंडा के नेतृत्व, संघर्ष और विचार आज भी शिक्षा एवं समाज के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि वे अकादमिक उत्कृष्टता के साथ समाज सेवा और नैतिक मूल्यों को भी जीवन में अपनाएँ।
मुख्य अतिथि तुलसा परतेती ने भगवान बिरसा मुंडा के संघर्षपूर्ण जीवन, नेतृत्व और आदिवासी समाज के उत्थान में उनके योगदान पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि जनपद अध्यक्ष तुलसा परतेती, भाजपा नेता सतीश मिश्रा, युवा मोर्चा अध्यक्ष वतन उपाध्याय, आकाश मंडराह, कुरेश डेहरिया और नितिन दत्ता ने बिरसा मुंडा को युवाओं के लिए प्रेरणा बताया और जनजातीय संस्कृति को संरक्षित रखने पर जोर दिया।
कार्यक्रम में छात्रों द्वारा जनजातीय नायकों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें आदिवासी वीरों के त्याग, परंपरा और गौरवशाली इतिहास को आकर्षक रूप में प्रस्तुत किया गया।
समारोह का संचालन प्रो. निरंजन सिंह राजपूत ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. निर्भय सिंह डोडवे, नवीन यादव, डॉ. दिनेश ढाकरिया, श्री पाटनकर, डॉ. विपिन माहोरे, रीता भारती, शिखा ठाकुर, नारायण नागोद्र और मनोज भारती का योगदान सराहनीय रहा।
अंत में डॉ. महेन्द्र गिरि ने अतिथियों, महाविद्यालय परिवार और विद्यार्थियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे और आयोजन को उत्साहपूर्ण एवं प्रेरक बनाया।

