दिन-दहाड़े सूने घरों को बना रहे निशाना।
नहीं बख्श रहे मोक्षधाम को, शासकीय संपत्ति को भी पहुंचा रहे नुकसान।
मोटरसाइकिल की चोरी कर बोरी से कोयला ढोने में करते हैं इस्तेमाल।
नागलवाड़ी/गुढ़ीअम्बाड़ा---पुलिसिंग व्यवस्था की शून्यता देखना हो तो गुढ़ी अम्बाड़ा क्षेत्र में आकर देखो जहां पर पुलिस का भय असामाजिक तत्वो पर पूरी तरह से समाप्त होता जा रहा है एवं पुलिस की लचर व्यवस्था की वजह से चोरो के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि वह दिनदहाड़े सूने घरों को निशाना बना रहे हैं। इसके अलावा शासकीय संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाने से गुरेज नहीं कर रहे हद तो तब हो जा रही है जब यह अज्ञात चोर मोक्षधाम को निशाना बनाने से भी नहीं चूक रहे हैं। गौरतलब है कि थाना जुन्नारदेव के अंतर्गत आने वाली पुलिस चौकी अंबाड़ा क्षेत्र में इन दिनों चोरों का ही बोलबाला है जो की पलक झपकते ही हाथ साफ करने से पीछे नहीं रहते हैं इसी क्रम में 10 फरवरी को अंबाड़ा में हुए एक शादी के फंक्शन के दौरान रात्रि में चोरों के द्वारा गुढ़ीअंबाड़ा क्षेत्र के स्थानीय संवाददाता तौसीफ सिद्दीकी की मोटरसाइकिल को चुरा ले गए, एवं 5 फरवरी को तो चोरों ने हद ही कर दी एक सूना मकान देखकर दोपहर में ही उस मकान का ताला तोड़कर मकान के अंदर रखी अलमारी का ताला तोड़कर अलमारी के अंदर लॉकर में रखे हुए होने चांदी के कीमती जेवर व नगदी सहित लगभग 5 से 6 लाख रुपए के सामान पर ही हाथ साफ कर दिया। इसके अलावा पालाचौरई मोक्षधाम के पास बनाए जा रहे सेड में लगे हुए लोहे के कालम को अज्ञात चोरों के द्वारा काट कर ले जा लिया गया वहीं ग्राम पंचायत अंबाड़ा मोक्षधम से 80 फीट के दो पाइप भी चोरों के द्वारा चोरी कर लिए गए। इसके अलावा चोरों के द्वारा शिक्षा के मंदिर को भी नहीं बख्शा गया एवं स्कूल में रखे हुए सिलेंडर व अन्य सामग्री भी उड़ा ले गए। एवं हिंगलाज मंदिर से भी कुछ माह पूर्व एक मोटरसाइकिल चोरी हो गई थी जिसका भी अभी तक सुराग नहीं लग पाया। मोटरसाइकिल चोरी कर कोयला माफिया कहीं ना कहीं इन मोटरसाइकिल से नंबर प्लेट हटाकर बोरी से अवैध कोयला ढ़ोने में मोटरसाइकिल का इस्तेमाल करते हैं। गुढ़ी अम्बाड़ा क्षेत्र में कुछ दिनों के अंतराल में होती चोरियां और इन चोरियों को अंजाम देने वाले चोरों का अभी तक पुलिस के द्वारा कोई सुराग नहीं लगा पाया जाना कहीं ना कहीं पुलिस की निष्क्रिय प्रणाली को दर्शाता है एवं पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान उठाता नजर आ रहा है इस मामले में कार्रवाई किए जाने को लेकर जब पुलिस से कहां जाता है तो पुलिस असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई करने की बजाए कम स्टाफ होने का रोना लेकर बैठ जाती है। क्षेत्र में चोरी की बढ़ती वारदाते कहीं ना कहीं चोरों के हौसले को बढ़ा रही है वही चोरों के दिलों से पुलिस का खौफ लगभग समाप्त होते जा रहा है यही स्थिति रही तो बहुत जल्द ही क्षेत्र की जनता पुलिस के खिलाफ आंदोलन का रुख अपनाने से संकोच नहीं करेगी।


