रीवा। जिले में खाद्य सुरक्षा विभाग की सख्ती लगातार जारी है। मिलावटी और निम्न गुणवत्ता के खाद्य पदार्थ बेचने वाले प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई करते हुए विभाग ने भारी जुर्माना लगाया था, लेकिन अब तक 11 दुकानदारों ने यह राशि जमा नहीं की है। कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल के निर्देशानुसार, इन दुकानों को तीन दिन के भीतर जुर्माना भरने का अंतिम मौका दिया गया है। तय समयसीमा में भुगतान न करने पर इन प्रतिष्ठानों के लाइसेंस निलंबित कर दुकानें सील कर दी जाएंगी।
खाद्य सुरक्षा अभियान में हुई सख्त कार्रवाई
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने जिले के अलग-अलग प्रतिष्ठानों से खाद्य पदार्थों के नमूने लेकर जाँच कराई थी। जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित प्रतिष्ठानों के खिलाफ अपर जिला दंडाधिकारी न्यायालय में प्रकरण प्रस्तुत किए गए। सुनवाई के बाद न्यायालय ने दुकानदारों पर जुर्माने की राशि अधिरोपित की, लेकिन अब तक 11 दुकानदारों ने यह राशि जमा नहीं की है।
किन प्रतिष्ठानों को मिला नोटिस?
खाद्य एवं औषधि प्रशासन के उप संचालक और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव शुक्ला ने बताया कि इन प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी किया गया है:
₹1 लाख या अधिक जुर्माना वाले प्रतिष्ठान:
1. होटल चन्द्रलोक रेजिडेंसी (चोरहटा) – मालिक सतनाम सिंह (₹1 लाख)
2. पसंद बेकरी (घोघर) – संचालक राकेश लखवानी (₹1 लाख)
3. बसंत डेयरी (यूनिवर्सिटी रोड, रीवा) – संचालक बसंतलाल यादव (₹1 लाख)
4. कविता मेडिकल एजेंसी (रमागोविंद पैलेस) – संचालक रमेश कुमार त्रिपाठी (₹1.50 लाख)
₹50 हजार जुर्माना वाले प्रतिष्ठान:
5. राल्ही ढाबा (गढ़) – संचालक विजय कुमार मिश्रा (₹50 हजार)
6. मुख्यमंत्री दीनदयाल रसोई केंद्र (अस्पताल चौराहा) – संचालक कौशलेश मिश्रा (₹50 हजार)
7. आन्या एक्वा एसोसिएट (जेपी मोड़) – संचालक पुष्पराज सिंह (₹50 हजार)
₹50 हजार से कम जुर्माना वाले प्रतिष्ठान:
8. मुक्ति सिकदार राय (नया बस स्टैंड) – (₹13 हजार)
9. किराना स्टोर (रायपुर कर्चुलियान) – मालिक देवमणि साहू (₹35 हजार)
10. दुर्गेश गुप्ता (वार्ड नंबर 11, गुढ़) – (₹25 हजार)
11. कृष्णा डेयरी (एसएफ चौराहा) – संचालक ओमप्रकाश यादव (₹25 हजार)
अब नहीं चलेगी ढील, तीन दिन में करनी होगी भुगतान
प्रशासन ने साफ कर दिया है कि यदि तीन दिन के भीतर दुकानदारों ने जुर्माने की राशि जमा नहीं की तो लाइसेंस निलंबित कर प्रतिष्ठानों को सील कर दिया जाएगा। खाद्य सुरक्षा विभाग का कहना है कि सख्त निगरानी के कारण मिलावटखोरी पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है।
क्यों हो रही है यह कार्रवाई?
खाद्य सुरक्षा विभाग लगातार इस बात को सुनिश्चित कर रहा है कि जिले में शुद्ध और सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जाए। इसी क्रम में मिलावटखोरी और नियमों की अनदेखी करने वाले प्रतिष्ठानों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।